"आज का अनुभव -"कार्तिक और नवंबर"? मित्रप्रवर ,राम राम ,नमस्कार || कृतिका -नक्षत्र के आधार पर कार्तिक मास की रचना हुई है | कृतिका-नक्षत्र के-स्वामी "अग्नि देव हैं | अग्नि-के बिना प्रकृति का संचालन होना असंभव था ,इसलिए संसार के पालन करता भगवान् "विष्णु "हैं,|अतः नूतन -अन्न हो ,या नवीन कार्ज़ सभी में "अग्नि देव" का सभी आवाहन जरुर करते हैं,और करना भी चाहिए || नवंबर ="नोवेम "भी लैटिन शब्द है | इस माह को रक्त मास नाम से पुकारते हैं,क्योंकि इसी मास में मुख्यतः पशु संहार किया जाता था | इस कारण इसका नाम नवंबर रखा गया || नोट :{-निःशुल्क ज्योतिष सेवा केवल मित्रों के लिए है -मित्र बनकर कोई भी रात्रि-८ से९ प्राप्त - फ़ोन के द्वारा ही कर सकते हैं} भवदीय ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री"{मेरठ -उत्तर प्रदेश } =०९८९७७०१६३६,093588885616
मित्रप्रवर ,राम राम ,नमस्कार ||
कृतिका -नक्षत्र के आधार पर कार्तिक मास की रचना हुई है | कृतिका-नक्षत्र के-स्वामी "अग्नि देव हैं | अग्नि-के बिना प्रकृति का संचालन होना असंभव था ,इसलिए संसार के पालन करता भगवान् "विष्णु "हैं,|अतः नूतन -अन्न हो ,या नवीन कार्ज़ सभी में "अग्नि देव" का सभी आवाहन जरुर करते हैं,और करना भी चाहिए ||
नवंबर ="नोवेम "भी लैटिन शब्द है | इस माह को रक्त मास नाम से पुकारते हैं,क्योंकि इसी मास में मुख्यतः पशु संहार किया जाता था | इस कारण इसका नाम नवंबर रखा गया ||
नोट :{-निःशुल्क ज्योतिष सेवा केवल मित्रों के लिए है -मित्र बनकर कोई भी रात्रि-८ से९ प्राप्त - फ़ोन के द्वारा ही कर सकते हैं}
भवदीय ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री"{मेरठ -उत्तर प्रदेश }
=०९८९७७०१६३६,093588885616
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