नि:संतान लोगों के जरूर परामर्श - Hindi Health Books | Hashmi Dawakhana - 0 views
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disharani45 on 23 Feb 19विवाह के बाद हर स्त्री पुरूष की यही इच्छा होती है कि उनके घर भी एक नन्हा मुन्ना शिशु फूल के रूप में उनकी गृहस्थी की बगिया में खिले। पुरुष की कामना यही रहती है कि उस शिशु के रूप में उसकी वंश बेल विकसित हो तथा पीढ़ी दर पीढ़ी उसका भी नाम चलता रहे लेकिन संतान न होने पर घर की खुशी, कलह और अशांति में बदल जाती है। कई भोले-भाले लोग तो ढोंगी साधु संतों व ताबीज गण्डों के चक्कर में पड़कर अपना समय और पैसा व्यर्थ में ही गवां देते हैं। जिनके यहां संतान नहीं होती उन्हें पहले सन्तान न होने के कारण स्त्री को ही दोष देते हैं लेकिन दोष स्वयं में ही होता है और व संतान के लिए दूसरी शादी भी कर लेते हैं। ऐसी स्थिति जिन्दगी को और भी अधिक अस्त व्यस्त कर देती है। निसन्तान लोगों को हमारा यही परामर्श है कि सबसे पहले पति पत्नी दोनों अपना भली भांति शारीरिक जांच व जरूरी टेस्ट करवाएं ताकि असली दोष का