वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को पीपल पूनम, बुद्धपूर्णिमा भी कहा जाता है. इस दिन महात्मा बुध का जन्म हुआ था जो बाद में चलकर बौद्धधर्म के संस्थापक बने. इसलिए बौद्धधर्म में बुद्धपूर्णिमा का बहुत बड़ा महत्व है.
क्या आपको याद है कि आपने अंतिम समय कब बाल मुडाया था,याद आ गया हो तो यह भी याद करने की कोशिश करें कि क्या आप ने चोटी भी रखी थी. रखी थी तो क्यों? मुंडन संस्कार के समय सर पर थोड़े से बाल छोड़ने के भला क्या लाभ हो...
भारत के सबसे प्राचीन ग्रन्थों को वैदिक ग्रन्थ के नाम से जाना जाता है. इसकी रचना किसने तथा कब की जैसे प्रश्नों का उत्तर पर्याप्त विवादस्पद है. आखिर क्या है, इन ग्रन्थों में को भारतीय संसकृति के शब्द कोश की तर
हमारे यहाँ देवी देवताओं के साथ साथ उनके वाहनों को भी पूजा होती है. परंतु बहुतों को यह नहीं पता होगा कि हमारे देवताओं और देवियों ने अपना वाहन कैसे चुना है. भगवान शिव को वाहन कैसे मिला इसके पीछे यह कहनी प्रचलित
भारत में यज्ञ और धार्मिक अनुष्ठानों का बड़ा महत्व है. परंतु हर धार्मिक अनुष्ठान को सही तरीके से पालन करने के बाद हीं उसका सही फल प्राप्त हो सकता है. पर समस्या यह है कि आज के व्यस्त समय में किसी के पास इतनी...
मैस्टर्बैशन क्या होता है क्या आपको पता है. क्या आपको मैस्टर्बैशन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी है. अगर नहीं तो यह लेख आपको मैस्टर्बैशन से जुड़ी जानकारी दे सकता है और आपकी कई समस्याएं
जिससे हमें रात और दिन का अंतर पता चलता है, जिसकी हम पूजा करते है, जो हमारे हर जरुरत को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से पूरा करता है. क्या कभी सोचा है कि यह प्रकाश का अक्षय स्रोत कब से है या इसकी उत्पति कैसे हुई...
भारतीय संस्कृति में नारी का उल्लेख जगत्-जननी आदि शक्ति-स्वरूपा के रूप में किया गया है. श्रुतियों, स्मृतियों और पुराणों में नारी को विशेष स्थान मिला है. मनु स्मृति में कहा गया है-
छत पर वर्षा जल को संचयन करके अपने भूमिगत जल के स्तर को ना केवल बरकरार रख सकते हैं बल्कि अपने जरुरत के लिए जल को सुरक्षित भी रख सकते हैं. सरकार भी इस कार्य के लिए प्रोत्साहन देती है. महानगरों में यह ज्यादा जरुरी.
मेडीकल टूरिज्म को मेडिकल ट्रेवल और हेल्थ ट्रेवल के नाम से भी जाना जाता है. स्वस्थ रहने और बीमारी के ईलाज के लिए अब लोग दूर देश तक की यात्रा करने लगे हैं. विश्व में इस तरह की यात्राएं हजारों वर्ष पुराने इतिहास
मेहमान के घर आने से घर का माहौल अचानक बदल जाता है. एक नई हलचल सी होने लगती है जब घर के छोटे से लेकर बड़े सभी सदस्य उनकी मेहमानवाजी में लग जाते हैं. यही मेहमान जब अतिथि के रूप में आते हैं तब तो सभी के चेहरे का...
प्रत्येक माँ-बाप के मन में यह इच्छा होती है कि वो अपने बच्चों का पालन-पोषण अच्छे से अच्छे तरीके से करें. साथ ही वह यह भी जानना चाहते हैं कि वे अच्छे अभिवावक कैसे बनें.
पता नहीं पिछले कुछ सालों से हर फिल्म विवाद में क्यों पड़ जाती है? चाहे फिर वह विवाद कथा से जुड़ी हो या संवाद और दृश्य से, लेकिन एक बात समझ में नहीं आती कि विवाद में पड़ कर फिल्में ज्यादा कमाई कैसे कर लेती हैं? जब इसकी
मोगैम्बों खुश हुआ................... कौन नहीं जानता कि यह संवाद अमरीश पुरी ने फिल्म मिस्टर इंडिया में बोला था. कितने आदमी थे? गब्बर की ज़ोरदार और ड़रावनी भूमिका को क्या कभी भूला जा सकता है? नहीं न, परंतु हिन्दी सिनेमा में तथाकथित खलनायकों की भूमिका अदा करने...